आज इन्हीं बातों पर चर्चा करेंगे। मेरा मानना है कि अगर नर्क भी चले जाएं तो वहां के रहने वाले कहेंगे यहां क्यों आए , यहां से चले जाओ.....
अब आपसे ही मैं पूछता हूं क्या यह ठीक रहेगा,,
अब बताओ कि अगर आपको कहा जाए कि यहां काम मत करो- वहां काम मत करो , ऐसा मत करो- वैसा मत करो, यहां जाओ तो वहां जाओ , आप इन्हीं बातों में उलझ कर रह जाते हो और अपने जीवन को कोसते रहते हो और फिर ठीक उसी प्रकार आप नर्क में जाते हो फिर वहां भी आपके साथ ऐसा ही बर्ताव होगा तो आप क्या करोगे !🙆
------------- बारिश हो रही है आप चप्पल पहने हो अगर दौड़े तो फिसल कर गिर सकते हो, अगर नहीं दौड़े तो पानी से भीग सकते हो, अगर धीरे- धीरे चलते हो तो चप्पल के छींटे पड़ेंगे पानी से गीला हो जाएंगे गिरने का डर नहीं रहेगा आखिर आप क्या करोगे ?
ठीक आप मेरी तरह करोगे , यह जरूरी नहीं -यह आदमी की अपनी निजी विचार है, आप पहले सोचोगे की बारिश में जाएं या ना जाएं, अगर अगर बारिश में निकल गए तो पहले दौड़ेंगे फिर धीरे-धीरे चलेंगे फिर कहीं रुक जाएंगे तो यह सब होता है ठीक वैसे ही आप इंटरनेट पर काम कर सकते हैं नहीं भी कर सकते हैं या थोड़ा रुक कर देख सकते हैं
इन सब चीजों को साथ लेकर ही चलना होता है हर किसी आदमी को.....…
By - by
Your vviV5 Vikrant........
No comments:
Post a Comment