लॉक डाउन से इंडिया वालों को यह तो पता चल गया कि अब जिंदगी में कुछ भी हो जाए कभी रुकेंगे नहीं सबसे आगे होगा हिंदुस्तान
शेर को 21 दिनों का लॉक डाउन मिल गया जब शेर दो कदम पीछे जाता है तो समझ लेना छलांग लगाने वाला है वह छलांग दो कदम की नहीं होती वह छलांग 20 कदमों का होता है इंडिया वालों को यह तो समझ में आ ही गया कि चाहे जो भी हो जाए अब रुकना नहीं है बहुत रोक लिया हमने अपने आप को बहुत रोक लिया हमें किसी और देश में भी लेकिन इस लॉक डालने हमें यह तो क्लियर कर दिया कि जिंदगी बैठने का काम नहीं है जिंदगी में कुछ कर गुजरने का मकसद है|
विश्व गुरु भारत को यह पता चल गया कि विश्व को कैसे चलाना है अपने हिसाब से|
इस लॉक डाउन से मानव सभ्यता को 100 वर्षों तक का एनर्जेटिक दवाई मिल गया
हिंदुस्तान को यही लॉक डाउन की जरूरत थी इस लॉक डाउन में लोग अपने सोच को इस तरीके से बदल देंगे जिससे आने वाले 100 वर्षों तक भारत विश्व गुरु था अब रहकर भी दिखाएगा भारत को यह समझ में आ गया कि अगर शेर दो कदम पीछे की तरफ जाता है बी कदम आगे छलांग लगाने के लिए तो भारत के लोगों को तो 21 दिनों का लॉक डाउन मिला है मतलब 21 कदम पीछे तो सोच सकते हैं कितना कदम हम लोग अब छलांग लगा सकते हैं मैंने बूढ़े लोगों से बातें की उन्होंने बताया हमारे हिंदुस्तान में कभी इतने बड़े दिनों का लॉक डाउन नहीं हुआ था लेकिन अब समझ में यह बात आ गई कि आखिर घर में बैठकर ही क्या करना है अपने देश में रहकर ही क्या करना है क्यों ना पूरे विश्व को ही बना दे क्यों ना चांद पर भी अपना घर बना दें
आने वाले दिनों में हम देख रहे होंगे कि भारत किस प्रकार से अपना घर ही बना दिया चांद पर पृथ्वी पर की तो छोड़ दें इस लॉक डाउन से पूरे विश्व को हिला कर रख दिया भारत कभी भी अपने आपको अब किसी भी चीज में पीछे नहीं रखेगा भारत को विश्व गुरु घोषित करना ही होगा और यह मुमकिन तब होगा जब पूरे भारत के लोग पूरे विश्व को बनाएंगे अपने हिसाब से ना कि दूसरों के हिसाब से
यह हिंदुस्तान जीता जागता स्वर्ग चाहता है और इस स्वर्ग में क्या क्या जरूरत की चीजें बनानी है वह भारत के लोगों को सफलतापूर्वक इस लॉक डाउन में बता दिया है आखिर बैठे तो कितना देर बैठे हैं आखिर कौन सा ऐसा काम करें जिस में सफलता हासिल हो जाए आखिर कौन सा ऐसा वीडियो देखें जिसमें हमें कुछ सीखने को मिले या हम लोगों को ऐसा कौन सा वीडियो दें जिससे लोगों का दिमाग खुल जाए इस लॉक डाउन में यह तो पता चल गया क्लियर हो गया कि अब हमें किस प्रकार से किस अवस्था से किस मुसीबत से आगे बढ़ कर अपना योगदान देना है मैं जानता हूं कि इस लॉक डॉन ने हमारे भारत को फिलहाल कितना पीछे देखा जा रहा है लेकिन शेर का चार कदम अगर पीछे जाता है तो समझ लेना कि उसका 20 कदम वह आगे भी आने वाला है आप किसी भी चीज को देख लीजिए आप अपने दिमाग को शांत करके देख लीजिए आप अपने बॉडी को रिलैक्स थोड़ा सा करके देख लीजिए लोग काम करते करते अगर थक जाते हैं तो वह 5 मिनट रिलैक्स होते हैं फिर उसके बाद 30 मिनट लगातार काम जरूर कर लेते हैं ठीक वैसे ही अब हमें यह समझ आ गया मात्र 21 दिनों से कि हम लोगों ने कितनी बड़ी गलती के हिसाब से काम किया था अब हमें किस प्रकार से अपने छलांग को लगाना है कि इस विश्व गुरु भारत को पूरा विश्व बनाना ही पड़ेगा जिस प्रकार से दूसरे देश के लोग हर दूसरे लोगों को चलाने का काम कर रहे हैं लेकिन कभी अपने आप को यह समझाया नहीं कि आखिर चलना कैसे|
इस लॉक डाउन ने लोगों को यह तो जरूर बता दिया कि जिंदगी इसको सिर्फ यही सोना बैठना बातें करना झूठ मूठ का इधर से उधर घूमना कुछ चीजों को देखते ही रहना यह तो पक्का समझ में आ गया कि आखिर करना क्या है भारत को पूरे होशो हवास में रहकर पूरे विश्व को बना कर दिखाना होगा चाहे इसमें कोई भी देश क्यों ना आए लेकिन अब भारत को कोई भी देश नहीं रोक सकता मोदी जी सही में कह रहे थे अच्छे दिन आने वाले हैं अच्छे दिन आने वाले हैं यह 21 दिनों का सबसे अच्छा दिनों में से माना जाएगा और जिस प्रकार से लोग अपने घरों से शाम को निकल कर अब खाली लोटा बजाकर जिस प्रकार से 21 दिनों का लॉक डाउन का मालूम ना रहते हुए भी स्वागत किया और यह 21 दिनों का लॉक डाउन से लोगों को यह मालूम हो गया कि आखिर जिंदगी बैठकर सिर्फ रोटी तोड़ना या झूठ मूठ का किसी और काम को कर लेना यह तो समझ में आ ही गया है इसके अलावा लोगों को इस पीछे गए कदम को किस प्रकार से छलांग लगाना है कैसे क्या करना है उन्हें यह बात पक्का समझ में आ गई होगी अब हम लोग हर साल एक त्योहार के रूप में उस खाली लोटा को शाम के 5:00 बजा कर अभिनंदन करेंगे
शेर को 21 दिनों का लॉक डाउन मिल गया जब शेर दो कदम पीछे जाता है तो समझ लेना छलांग लगाने वाला है वह छलांग दो कदम की नहीं होती वह छलांग 20 कदमों का होता है इंडिया वालों को यह तो समझ में आ ही गया कि चाहे जो भी हो जाए अब रुकना नहीं है बहुत रोक लिया हमने अपने आप को बहुत रोक लिया हमें किसी और देश में भी लेकिन इस लॉक डालने हमें यह तो क्लियर कर दिया कि जिंदगी बैठने का काम नहीं है जिंदगी में कुछ कर गुजरने का मकसद है|
विश्व गुरु भारत को यह पता चल गया कि विश्व को कैसे चलाना है अपने हिसाब से|
इस लॉक डाउन से मानव सभ्यता को 100 वर्षों तक का एनर्जेटिक दवाई मिल गया
हिंदुस्तान को यही लॉक डाउन की जरूरत थी इस लॉक डाउन में लोग अपने सोच को इस तरीके से बदल देंगे जिससे आने वाले 100 वर्षों तक भारत विश्व गुरु था अब रहकर भी दिखाएगा भारत को यह समझ में आ गया कि अगर शेर दो कदम पीछे की तरफ जाता है बी कदम आगे छलांग लगाने के लिए तो भारत के लोगों को तो 21 दिनों का लॉक डाउन मिला है मतलब 21 कदम पीछे तो सोच सकते हैं कितना कदम हम लोग अब छलांग लगा सकते हैं मैंने बूढ़े लोगों से बातें की उन्होंने बताया हमारे हिंदुस्तान में कभी इतने बड़े दिनों का लॉक डाउन नहीं हुआ था लेकिन अब समझ में यह बात आ गई कि आखिर घर में बैठकर ही क्या करना है अपने देश में रहकर ही क्या करना है क्यों ना पूरे विश्व को ही बना दे क्यों ना चांद पर भी अपना घर बना दें
आने वाले दिनों में हम देख रहे होंगे कि भारत किस प्रकार से अपना घर ही बना दिया चांद पर पृथ्वी पर की तो छोड़ दें इस लॉक डाउन से पूरे विश्व को हिला कर रख दिया भारत कभी भी अपने आपको अब किसी भी चीज में पीछे नहीं रखेगा भारत को विश्व गुरु घोषित करना ही होगा और यह मुमकिन तब होगा जब पूरे भारत के लोग पूरे विश्व को बनाएंगे अपने हिसाब से ना कि दूसरों के हिसाब से
यह हिंदुस्तान जीता जागता स्वर्ग चाहता है और इस स्वर्ग में क्या क्या जरूरत की चीजें बनानी है वह भारत के लोगों को सफलतापूर्वक इस लॉक डाउन में बता दिया है आखिर बैठे तो कितना देर बैठे हैं आखिर कौन सा ऐसा काम करें जिस में सफलता हासिल हो जाए आखिर कौन सा ऐसा वीडियो देखें जिसमें हमें कुछ सीखने को मिले या हम लोगों को ऐसा कौन सा वीडियो दें जिससे लोगों का दिमाग खुल जाए इस लॉक डाउन में यह तो पता चल गया क्लियर हो गया कि अब हमें किस प्रकार से किस अवस्था से किस मुसीबत से आगे बढ़ कर अपना योगदान देना है मैं जानता हूं कि इस लॉक डॉन ने हमारे भारत को फिलहाल कितना पीछे देखा जा रहा है लेकिन शेर का चार कदम अगर पीछे जाता है तो समझ लेना कि उसका 20 कदम वह आगे भी आने वाला है आप किसी भी चीज को देख लीजिए आप अपने दिमाग को शांत करके देख लीजिए आप अपने बॉडी को रिलैक्स थोड़ा सा करके देख लीजिए लोग काम करते करते अगर थक जाते हैं तो वह 5 मिनट रिलैक्स होते हैं फिर उसके बाद 30 मिनट लगातार काम जरूर कर लेते हैं ठीक वैसे ही अब हमें यह समझ आ गया मात्र 21 दिनों से कि हम लोगों ने कितनी बड़ी गलती के हिसाब से काम किया था अब हमें किस प्रकार से अपने छलांग को लगाना है कि इस विश्व गुरु भारत को पूरा विश्व बनाना ही पड़ेगा जिस प्रकार से दूसरे देश के लोग हर दूसरे लोगों को चलाने का काम कर रहे हैं लेकिन कभी अपने आप को यह समझाया नहीं कि आखिर चलना कैसे|
इस लॉक डाउन ने लोगों को यह तो जरूर बता दिया कि जिंदगी इसको सिर्फ यही सोना बैठना बातें करना झूठ मूठ का इधर से उधर घूमना कुछ चीजों को देखते ही रहना यह तो पक्का समझ में आ गया कि आखिर करना क्या है भारत को पूरे होशो हवास में रहकर पूरे विश्व को बना कर दिखाना होगा चाहे इसमें कोई भी देश क्यों ना आए लेकिन अब भारत को कोई भी देश नहीं रोक सकता मोदी जी सही में कह रहे थे अच्छे दिन आने वाले हैं अच्छे दिन आने वाले हैं यह 21 दिनों का सबसे अच्छा दिनों में से माना जाएगा और जिस प्रकार से लोग अपने घरों से शाम को निकल कर अब खाली लोटा बजाकर जिस प्रकार से 21 दिनों का लॉक डाउन का मालूम ना रहते हुए भी स्वागत किया और यह 21 दिनों का लॉक डाउन से लोगों को यह मालूम हो गया कि आखिर जिंदगी बैठकर सिर्फ रोटी तोड़ना या झूठ मूठ का किसी और काम को कर लेना यह तो समझ में आ ही गया है इसके अलावा लोगों को इस पीछे गए कदम को किस प्रकार से छलांग लगाना है कैसे क्या करना है उन्हें यह बात पक्का समझ में आ गई होगी अब हम लोग हर साल एक त्योहार के रूप में उस खाली लोटा को शाम के 5:00 बजा कर अभिनंदन करेंगे
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