मैं सबसे पहले दो बीयर की बोतल खरीदता | !!! Sorry" यह सब चीज तो होता ही नहीं, मैं भूल ही गया था कि मैं सिर्फ अकेला हूं, इस धरती पर" हां तो फिर मैं साधु वाले काम करता" किसी पेड़ के नीचे बैठकर मेडिटेशन करता और कुछ फल खाता बस इससे ज्यादा तो मैं कुछ करता ही नहीं॥ और ना ही इससे ज्यादा कुछ करने को काम भी होता"; थोड़ा बहुत होता तो एक झोपड़ी बना लेता और बस भगवान का भजन और फल - वगैरह खाता रहता ।
लेकिन कुछ भी काम नहीं रहते हुए भी बहुत सारे काम निकल आते है। जैसे मुझे साफ सफाई रखनी है। अपनी कुटिया को रात को सोने के लिए बिस्तर तैयार रखनी है। बस इससे ज्यादा तो मुझे काम नजर नहीं आ रहा'' खाने -पीने के लिए थोड़ी दूर पर जा करके या कहीं भी मिले खाना-पीना तो उसे खा लेना है, बस "और कुछ हो चाहे ना हो लेकिन फिर भी कुछ ना कुछ तलाश करते रहना होगा कि कोई लोग होंगे और हां"" एक असली बात जानवरों से बचने के लिए पूरी सुरक्षा रखनी होगी और कुछ नहीं ॥ बस
भजन और भोजन के अलावा कोई काम नहीं
"लेकिन,, मैं यह कैसे जानता कि भजन भी करना है ?? भोजन तो चलो भूख लगेगा तो कुछ खा लेंगे "लेकिन खाने का भी क्या खाते; यह तो पता ही नहीं है या कोई और तो है नहीं जिससे मैं पूछूं । लेकिन हां इतना तो पता हो जाता कि कुछ ना कुछ मुझे खाना तो जरूर है। चाहे मिट्टी हो, चाहे जानवर हो, चाहे वृक्ष के पत्ते हो ,यह चीज तो पता चल जाता'' जिसका टेस्ट अच्छा लगता उसे खाना शुरु कर देता ।काम करने के लिए तो कुछ है ही नहीं
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लेकिन कुछ भी काम नहीं रहते हुए भी बहुत सारे काम निकल आते है। जैसे मुझे साफ सफाई रखनी है। अपनी कुटिया को रात को सोने के लिए बिस्तर तैयार रखनी है। बस इससे ज्यादा तो मुझे काम नजर नहीं आ रहा'' खाने -पीने के लिए थोड़ी दूर पर जा करके या कहीं भी मिले खाना-पीना तो उसे खा लेना है, बस "और कुछ हो चाहे ना हो लेकिन फिर भी कुछ ना कुछ तलाश करते रहना होगा कि कोई लोग होंगे और हां"" एक असली बात जानवरों से बचने के लिए पूरी सुरक्षा रखनी होगी और कुछ नहीं ॥ बससौ बात की एक बात
मतलब एक बंदर वाली जिंदगी जीता। जैसे बंदर रहते हैं, जैसे बंदर करते हैं ,जैसे बंदर सोचते होंगे वैसे ही मैं भी कर रहा होता। "या" कुछ लोग ऐसे भी होंगे जो एक जगह से दूसरी जगह ,दूसरी जगह से तीसरी जगह तीसरी जगह से कहीं भी जाने का काम करते रहते हैं और उन्हें वह सब चीजें प्राप्त नहीं होती है जो वह खोज रहे होते हैं || जबकि सब चीज आपके सोच पर टिकी हुई है| अपनी सोच से बढ़कर आपके जीवन में कुछ नहीं है आपकी सोच ही आपको परफेक्ट जीवन प्रदान करेगी यह मेरी गारंटी है |
यह छोटी सी स्टोरी से क्या सीख मिलती है ?
लेकिन आज के समय पर तो हर चीज मौजूद है। सिखाने के लिए इतने लोग बैठे हैं "यूट्यूब" पर लेकिन आपको सीखने और समझने के बाद या तो बिजनेस (Click) करनी है या तो आपको नौकरी करनी है', लेकिन अभी भी बहुत सारे लोग मुझे बैठे हुए नजर आ जाते हैं। पता नहीं उनके दिमाग में क्या चल रहा होता है, लेकिन इतना तो है जो लोग बैठे हैं, वह कुछ लोगों को जरूर पीछे ले जाएंगे और जो अपनी समझ को अपने जीवन में उतार कर आगे बढ़ते हैं वह भी कुछ लोगों को आगे ले जा सकते हैं। सौ बात की एक बात मैं भी तो यह कर रहा हूं मैंने आपको छोटी सी कहानी के अलावा मैंने आपका थोड़ा वक्त भी लिया इस वक्त से मुझे ब्लॉगिंग के कुछ पैसे मिल जाएंगे और कुछ आपको अच्छी समझ हो जाएगी । जिससे दोनों का काम आसानी से निकल गया,, मैं एक जगह पर बैठे-बैठे हजारों के मोबाइल में भेज दिया। इसके अलावा जो मुझे काम दिया जाता है घर की तरफ से उसे भी करता हूं और जो अपना काम है साथ में उसे भी करता हूं और सिर्फ मैं ही नहीं आप भी करते होंगे अपना काम लेकिन जो लोग नहीं करते हैं तो उन्हें थोड़ी समझ होनी चाहिए जिससे आने वाले Genration को परेशानियां कम झेलनी पड़ेगी ,तो (Click)सोच -समझकर कदम उठाएं अपना जीवन खुद बनाएं |
मेरी 1,2,3 चार नहीं पांच राय है |
- जो मैं लिख रहा हुं, उस पर ध्यान मत दीजिएगा |
- जो आप ज्यादा सोच रहे हैं उस पर बहुत कम सोचिए |
- आप अपने दिल से सोचिए मेरे दिल का हाल |
- सौ बात की नहीं सिर्फ एक बात पर अमल हो जाइए |
- करोड़ों लोगों के दिल पर आप राज कीजिए |कुछ ऐसा काम जरूर कीजिए
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