↹ जंगल में से रास्ता ↹
(लक्खा सिंह) "अमृतसर में एक प्रेमी सत्संगी था।
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| एक ही बार गया था मैं,और आप? पंजाब मे है। घुमीये - फिरये । |
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| (जंगल मे मंगल) |
आज कोई जंगली जानवर हमें ज़रूर खा जाएगा
जब वे दोनों वहां से डेढ़ मील दाहिनी हाथ गए तो पगडंडी मिल गई और वे वहां गांव पहुंच गए। वहां रात ठहरे दूसरे दिन सुबह गुरुद्वारे की ओर चल पड़े और अपनी मंजिल पर पहुंच गए।
सतगुरु तो हमेशा संग-संग है, सिर्फ हमारे अंदर कोशिश और विश्वास की कमी है।
- सभी आदमी अकेला है, एक कंधों पर उठाया अपना ठेला है।
आपको समझना बहुत कठिन है।
- यहाँ आपको जादू कि छतरी मिलेगी ।
- मूर्ख को समझाना बेकार ।
- यह सुनकर जमींदार ने कहा, "
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🔺🔻 संत की सुगंध 🔻🔺
हे" प्रभु..... मुझे आँख दो, जो तुम्हें देख सके और मेरे हृदय में प्रेम की दीवान गी भर दे।पक्का नहीं हैं कि बॉक्स में क्या रखें?
जब बड़े महाराज जी S.D.O थे, तो एक बार आप पहाड़ी इलाके
में जा रहे थे, एकाएक आपके दिल में खुशी छा गए ।आप समझ ना सके कि वह खुशी किस बात की थी,कभी-कभी आदमी अपनी औलाद को याद करके खुश होता है,कभी दुखी होता है। कभी अपने पद को याद करके खुश होता है।
आपके दिल में ख्याल आया कि अप्रैल का महीना शुरू है। शायद पेरों की खुशबू के कारण खुशी का वातावरण है, फिर ख्याल आया कि आपको पेरों में रहते 18 साल हो गए,
आज ही ऐसी खुशी क्यों है?" जो आप आगे गए खुशी बढ़ती गई और आगे गए तो देखा कि सड़क के किनारे एक मस्त फकीर मालिक की याद में बैठा था।
यह खुशी उसी के कारण थी, बड़े महाराज जी उसको देख कर उसकी इज़्ज़त के लिए घोड़ा से उतर कर उसके पास गये,"वह बोला खुशबू लेने वाली नाक और कोई नही, वह आप हैं ॥
इससे बढ़कर और क्या था?? इतना कहकर वह अपनी रास्ता की तरफ चल निकला।।
कहते हैं मनुष्य अपना कर्म -धर्म ,जन्म -मृत्यु सारा चीज देख लेता है, कहने का तात्पर्य उन्हें अपनी बुद्धि का समझ हो जाता है।, फिर भी बुद्धि के बाद भी वह अपने जीवन को त्याग देता है। त्याग कर मृत्यु लोक में फिर से घूमने चला जाता है।
उन्हें फिर से 8400000 योनियों में जाना पड़ता है वह योनि जो कई सारे जीवों से प्रेरित होते हैं और आगे चलकर फिर से मनुष्य में आते हैं।
पक्का नहीं हैं कि बॉक्स में क्या रखें? पहले, वेब पर वह पेज ढूंढ़ें जिससे आप लिंक करना चाहते हैं. (खोज इंजन उपयोगी हो सकता है.) फिर, अपने ब्राउज़र की पता पट्टी से बॉक्स में वेब पते की कॉपी बनाएं, और उसे ऊपर के बॉक्स में चिपकाएं.
Item Type: India & Pakistan Clothing Special Use: Traditional Clothing Material: Acetate Material: Polyethersulfone Gender: Women Type: Sarees Model Number: 370 material: alloys
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| ललका कुवारा है ,कोई मस्त ललकी है तो बताये । |
अब मैं क्या बोल रहा हुं मुझे श्रम भी आ रही है,मै अपने ही Blogs मे ये सब क्या लिख रहा हूँ ।









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